नगर निगम की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का काम पीडब्ल्यूडी की ओर से किया जाएगा। इसी तरह विश्व प्रसिद्ध गीताप्रेस तक पहुंचने का मार्ग सुगम बनाया जाएगा। लोगों को घंटों जाम में जूझने से मुक्ति मिल सकेगी। इसके लिए टाउनहाल से घोष कंपनी चौराहा रेती चौक होते हुए गीताप्रेस तक मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।
गोरखपुर। वर्षों पुराने एवं ऐतिहासिक बाजारों को बचाने के लिए सघन आबादी वाले क्षेत्र की सड़कों को चौड़ा करने का कठिन निर्णय लिया गया है। दो चरणों में इन सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। पहले चरण में धर्मशाला से आर्यनगर, बक्शीपुर, रेती चौक, घंटाघर होते हुए पांडेयहाता तक विरासत (हेरिटेज) गलियारा बनाया जाएगा।
नगर निगम की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का काम पीडब्ल्यूडी की ओर से किया जाएगा। इसी तरह विश्व प्रसिद्ध गीताप्रेस तक पहुंचने का मार्ग सुगम बनाया जाएगा। लोगों को घंटों जाम में जूझने से मुक्ति मिल सकेगी। इसके लिए टाउनहाल से घोष कंपनी चौराहा, रेती चौक होते हुए गीताप्रेस तक मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।
दोनों मार्गों पर अतिक्रमण की भरमार है। सबसे पहले अतिक्रमण चिह्नित किया जाएगा और उसे खाली कराया जाएगा। जिनके भवन व जमीन इस चौड़ीकरण के कारण प्रभावित होंगे, उन्हें क्षतिपूर्ति प्रदान की जाएगी। पहले चरण के मार्ग के चौड़ीकरण कार्य के लिए शनिवार की रात से ही सर्वे का काम शुरू हो चुका है।
अधिकारियों का कहना है कि सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण इस क्षेत्र में जाना आसान नहीं रह गया है। सड़कों को चौड़ा नहीं किया गया तो ये ऐतिहासिक बाजार खत्म हो जाएंगे। शहर के बाहरी क्षेत्रों में तेजी से हो रहे विकास के चलते लोग उधर ही रहना पसंद करते हैं। दोनों मार्गों को चौड़ा करने के बाद इन बाजारों की रौनक बढ़ जाएगी।
विरासत गलियारा के तहत इस क्षेत्र को इस तरह से विकसित किया जाएगा कि पर्यटक भी यहां आने को आकर्षित होंगे। पहले सुधरी बाहर की दशा, अब अंदर ध्यान: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक कर शहर के बाहरी हिस्सों की सड़कों को चौड़ा कराकर जाम की समस्या से निजात दिलाई है। गोरखपुर शहर के चारो ओर रिंग रोड के आखिरी चरण का काम भी जल्द शुरू होगा।
आमतौर पर लोगों को रेती, घंटाघर आदि क्षेत्रों में सड़क के चौड़ीकरण की उम्मीद नहीं रहती थी लेकिन मुख्यमंत्री की कार्ययोजना में यह प्रोजेक्ट भी शामिल था और अब इसे मूर्त रूप देने का काम शुरू हो चुका है।
ऐसा होगा विरासत गलियारा
लगभग तीन किलोमीटर लंबे विरासत गलियारा में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमा लगाने के साथ नाथ पंथ व गोरखपुर के इतिहास की जानकारी दी जाएगी। इस मार्ग पर जगह-जगह लोगों को बैठने की व्यवस्था की जाएगी। बिजली के तार अंडरग्राउंड कर दिए जाएंगे।
Gorakhpur: ऐतिहासिक बाजारों को बचाने के लिए दो चरणों में चौड़ी होंगी सड़कें, बनेगा विरासत गलियारा; इन जगहों पर पहुंचना होगा आसान
नगर निगम की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का काम पीडब्ल्यूडी की ओर से किया जाएगा। इसी तरह विश्व प्रसिद्ध गीताप्रेस तक पहुंचने का मार्ग सुगम बनाया जाएगा। लोगों को घंटों जाम में जूझने से मुक्ति मिल सकेगी। इसके लिए टाउनहाल से घोष कंपनी चौराहा रेती चौक होते हुए गीताप्रेस तक मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।
HIGHLIGHTS
- धर्मशाला से आर्यनगर, बक्शीपुर, रेती चौक, घंटाघर-पांडेयहाता तक बनेगा विरासत गलियारा
- विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस तक पहुंचना भी होगा आसान, सिकुड़ते बाजार को नए सिरे से होगा विकास
गोरखपुर। वर्षों पुराने एवं ऐतिहासिक बाजारों को बचाने के लिए सघन आबादी वाले क्षेत्र की सड़कों को चौड़ा करने का कठिन निर्णय लिया गया है। दो चरणों में इन सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। पहले चरण में धर्मशाला से आर्यनगर, बक्शीपुर, रेती चौक, घंटाघर होते हुए पांडेयहाता तक विरासत (हेरिटेज) गलियारा बनाया जाएगा।
नगर निगम की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का काम पीडब्ल्यूडी की ओर से किया जाएगा। इसी तरह विश्व प्रसिद्ध गीताप्रेस तक पहुंचने का मार्ग सुगम बनाया जाएगा। लोगों को घंटों जाम में जूझने से मुक्ति मिल सकेगी। इसके लिए टाउनहाल से घोष कंपनी चौराहा, रेती चौक होते हुए गीताप्रेस तक मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।
दोनों मार्गों पर अतिक्रमण की भरमार है। सबसे पहले अतिक्रमण चिह्नित किया जाएगा और उसे खाली कराया जाएगा। जिनके भवन व जमीन इस चौड़ीकरण के कारण प्रभावित होंगे, उन्हें क्षतिपूर्ति प्रदान की जाएगी। पहले चरण के मार्ग के चौड़ीकरण कार्य के लिए शनिवार की रात से ही सर्वे का काम शुरू हो चुका है।
अधिकारियों का कहना है कि सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण इस क्षेत्र में जाना आसान नहीं रह गया है। सड़कों को चौड़ा नहीं किया गया तो ये ऐतिहासिक बाजार खत्म हो जाएंगे। शहर के बाहरी क्षेत्रों में तेजी से हो रहे विकास के चलते लोग उधर ही रहना पसंद करते हैं। दोनों मार्गों को चौड़ा करने के बाद इन बाजारों की रौनक बढ़ जाएगी।
विरासत गलियारा के तहत इस क्षेत्र को इस तरह से विकसित किया जाएगा कि पर्यटक भी यहां आने को आकर्षित होंगे। पहले सुधरी बाहर की दशा, अब अंदर ध्यान: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक कर शहर के बाहरी हिस्सों की सड़कों को चौड़ा कराकर जाम की समस्या से निजात दिलाई है। गोरखपुर शहर के चारो ओर रिंग रोड के आखिरी चरण का काम भी जल्द शुरू होगा।
आमतौर पर लोगों को रेती, घंटाघर आदि क्षेत्रों में सड़क के चौड़ीकरण की उम्मीद नहीं रहती थी लेकिन मुख्यमंत्री की कार्ययोजना में यह प्रोजेक्ट भी शामिल था और अब इसे मूर्त रूप देने का काम शुरू हो चुका है।
ऐसा होगा विरासत गलियारा
लगभग तीन किलोमीटर लंबे विरासत गलियारा में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमा लगाने के साथ नाथ पंथ व गोरखपुर के इतिहास की जानकारी दी जाएगी। इस मार्ग पर जगह-जगह लोगों को बैठने की व्यवस्था की जाएगी। बिजली के तार अंडरग्राउंड कर दिए जाएंगे।
पूरे गलियारा को तीन भागों में बांटकर विकसित किया जाएगा। इसका प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इसी मार्ग से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भगवान नरसिंह की शोभायात्रा भी निकलती है। गलियारा के आसपास कई पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें विकसित किया जाएगा।
बदलेगी घंटाघर की दशा, लहराएगा तिरंगा
विरासत गलियारा के तहत घंटाघर के स्वरूप में पूरी तरह बदलाव किया जाएगा। यहां की घड़ियों को भी सही किया जाएगा और सबसे ऊपर तिरंगा लहराएगा। फसाड लाइट से शाम होते ही घंटाघर जगमग होगा। इसके साथ ही शहीद बंधु सिंह पार्क का भी सुंदरीकरण होगा।
गलियारा की महत्वपूर्ण स्थानों से दूरी
रेलवे स्टेशन | 850 मीटर |
बस स्टैंड | 1.5 किलोमीटर |
एयरपोर्ट | 8.1 किलोमीटर |
गोरखनाथ मंदिर | 3.5 किलोमीटर |
गीता प्रेस | 350 मीटर |
नेहरू पार्क | 600 मीटर |
ऐसा होगा शौर्य स्थल
प्रस्तावित शौर्य स्थल। सौ नगर निगम
- शौर्य स्थल के बीच में अमर ज्योति स्तंभ बनाया जाएगा, जिससे लोगों में गर्व की भावना पैदा होगी।
- वर्तमान पुलिस पोस्ट को हटाकर पब्लिक प्लाजा बनाया जाएगा।
- एक स्मरण दीवार बनाई जाएगी, जहां महान लोगों की दंतकथाएं उकेरी जाएंगी।
भूमिगत केबल के लिए 40 करोड़ का एस्टीमेट
धर्मशाला से घंटाघर होते हुए बंधु सिंह पार्क तक भूमिगत बिजली केबल बिछाने का काम बिजली निगम का माध्यमिक कार्यखंड करेगा। इसके लिए 40 करोड़ रुपये का एस्टीमेट दिया गया है। पहले एस्टीमेट ज्यादा बना था। कमिश्नर के निर्देश पर बिजली निगम के अभियंताओं ने इसे संशोधित किया। विद्युत माध्यमिक कार्यखंड के एसडीओ विपिन सिंह ने कहा कि नगर निगम को एस्टीमेट दिया जा चुका है।
गलियारा में शामिल होंगे ये महत्वपूर्ण स्थान
धर्मशाला बाजार चौराहा, धर्मशाला बाजार सड़क, जटाशंकर चौक, आर्य नगर चौराहा, बक्शीपुर चौराहा, रेती चौक, उर्दू बाजार, घंटाघर चौक