घंटों इंतजार के बाद सैलानियों को ताज का दीदार हो पा रहा है। वीकेंड पर 50 हजार से अधिक सैलानी पहुंचे। ईरानी जोड़े ने फोटोशूट कराया।
उत्तर प्रदेश के आगरा में ताज का दीदार करने के लिए शनिवार को सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ी। टिकट से लेकर प्रवेश द्वार तक सैलानियों का हुजूम नजर आया। वहीं मुख्य मकबरे में प्रवेश के लिए भी चमेली फर्श से ही पर्यटकों की लाइन लगी थी। पूरे दिन ताज के अंदर काफी भीड़ नजर आई। मुख्य गुंबद तक पहुंचने में सैलानियों को एक घंटे से अधिक समय लगा।
साल 2023 के आखिरी सप्ताह में क्रिसमस से पूर्व ही सैलानियों की भीड़ ताजमहल को देखने जुटने लगी थी। औसतन हर दिन 35 हजार से अधिक सैलानियों ने टिकट लेकर ताजमहल देखा। इसमें 15 साल आयु से कम के बच्चों की संख्या जोड़ दी जाए तो औसतन हर रोज 50 हजार से अधिक सैलानियों ने दीदार किया।
शनिवार को भी 32651 देसी, 4233 विदेशी, 479 सार्क और 25 बिम्सटेक सैलानियों को मिलाकर कुल 37379 सैलानियों ने ताज को देखा। वहीं संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेई का कहना है कि ताजमहल पर शनिवार को सभी व्यवस्थाएं ठीक रहीं। पूर्वी गेट पर 3 और पश्चिमी गेट पर 5 टिकट काउंटरों से टिकट दिए जा रहे हैं। भीड़ को देखते हुए एक और अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था की जा चुकी है, जिसकी शनिवार को जरूरत नहीं पड़ी। सभी को अलर्ट रहने के निर्देश हैं।
ईरानी जोड़े ने ताज पर कराया फोटो शूट
दोपहर करीब 12 बजे ताजमहल पहुंचा ईरानी पर्यटकों का दल लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। ईरान से विवाह कर भारत भ्रमण पर आए इस दल में दुल्हन निदा और दूल्हा मैरिएम पारंपरिक परिधानों में आए थे। सफेद वेडिंग गाउन में दुल्हन और काले सूट में दूल्हे ने ताज के सामने फोटो खिंचवाए। शनिवार को भीड़ का दबाव अधिक होने के कारण दूल्हा और दुल्हन पश्चिम गेट से होते हुए पैदल ही शाहजहां गार्डन तक आया। यहां ग्रुप की बस में बैठकर वो होटल के लिए रवाना हो गए।
बीपी लो होने से बिगड़ी बुजुर्ग सैलानी की तबीयत
शनिवार को भी ताजमहल पर पर्यटकों की भारी भीड़ थी। दोपहर करीब एक बजे कोलकाता के 65 वर्षीय सैलानी सुरेश चंद सिकदर की हालत खराब होने लगी। कमजोरी के कारण उनके लिए खड़ा होना मुश्किल हो रहा था। आनन-फानन परिजन ने ताज सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों से मदद मांगी। तत्काल ही पर्यटक को व्हीलचेयर पर बैठाया गया। एंबुलेंस से शांति मांगलिक अस्पताल भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने बीपी लो बताया। प्राथमिक उपचार के बाद परिजन बुजुर्ग को अपने साथ ले गए।