बलरामपुर। जिले में ओडीएफ प्लस घोषित 20 ग्राम पंचायतों में आए बदलाव की जमीनी हकीकत परखी जाएगी। इसके लिए देवीपाटन मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने ब्लॉक वार दो-दो सदस्यीय टीम गठित करने का निर्देश दिया है। गठित नौ टीमों के सदस्यों को ओडीएफ प्लस घोषित गांवों का सत्यापन निर्धारित 17 बिंदुओं के आधार पर करेगी। इसके बाद तैयार रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी।
स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत संचालित वित्तीय वर्ष में जिले की 20 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है। अब इन गांवों में हुए ओडीएफ कार्यों के सत्यापन के साथ इससे हुए बदलाव की जमीनी हकीकत को भी परखा जाएगा। जिला स्तर पर जांच के लिए मंडलायुक्त ने ब्लॉकवार दो-दो सदस्यीय नौ टीमें गठित की है। टीम में संबंधित ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत शामिल हैं।
गठित टीम अलग-अलग गांव में जाकर ओडीएफ प्लस के लिए कराए गए कार्यों का सत्यापन करेगी। जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया उपाध्याय ने बताया कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में टीम गांवों में जाकर वहां की स्थिति का सत्यापन कर अपनी जांच रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद तैयार रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी। सभी बीडीओ व एडीओ पंचायत को समय से सत्यापन का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
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– जिले की नौ ब्लॉकों में अभी तक 20 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है। बलरामपुर ब्लॉक में भीखमपुर, फरेंदा, शेखपुर, गैसड़ी ब्लॉक के जानकीनगर, पचपेड़वा ब्लॉक के रजडेरवा थारू को ओडीएफ प्लस का दर्जा मिला है। इसी तरह तुलसीपुर ब्लॉक के जयनगरा, गुलरिहा हिसामपुर, श्रीदत्तगंज ब्लॉक के अगया बुजुर्ग व गुमड़ी को ओडीएफ बनाया गया है। इसी तरह रेहरा बाजार ब्लॉक के किशुनपुर ग्रंट, सादुल्लाहनगर, बूधीपुर, हरैया सतघरवा ब्लॉक के मथुरा बाजार, मंगराकोहल, कोड़री तथा गैड़ासबुजुर्ग ब्लॉक के टेढ़वा टप्पाबांक, इटई रामपुर, दुधरा व ओडीएफ बनी बौड़िहार ग्राम पंचायत का सत्यापन होना है।
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– ओडीएफ प्लस घोषित ग्राम पंचायतों में टीम के सदस्य 17 बिंदुओं पर सत्यापन करेंगी। टीम के सदस्य गांव की आबादी के 10 प्रतिशत परिवारों से 17 बिंदुओं पर विकास कार्यों का फीड बैक लेंगे। इसमें ग्राम पंचायत में सभी परिवारों में शौचालय की सुविधा, विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायत भवनों में अलग-अलग महिला व पुरुष शौचालय, गांवों में कूड़ेदान की सुविधा व गांव में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था को परखा जाएगा। साथ ही तरल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था व साफ-सफाई के प्रति जागरूकता लाने के लिए गांव में पोस्टर, बैनर व वाल पेंटिंग आदि कराई गई है अथवा नहीं, इसका भी सत्यापन होगा।