Ayodhya Ram Mandir : प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में होने वाले समारोह के मुख्य यजमान हैं। मोदी ने राम मंदिर ट्रस्ट से जानकारी चाही है कि यजमान होने के नाते उन्हें पूजा-उपवास आदि किन-किन धार्मिक परंपराओं का पालन करना है।
अयोध्या राम मंदिर : राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या सहित पूरे देश में तैयारियां चल ही रही हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन तैयारियों से अछूते नहीं हैं। प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में होने वाले समारोह के मुख्य यजमान हैं। मोदी ने राम मंदिर ट्रस्ट से जानकारी चाही है कि यजमान होने के नाते उन्हें पूजा-उपवास आदि किन-किन धार्मिक परंपराओं का पालन करना है।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के अनुसार मोदी ने पूछा है कि पूजा के लिए, प्राण प्रतिष्ठा से पहले कोई अनुशासन-व्यवस्था करनी है तो उसे बताएं। वह उसका पालन करते हुए ही प्राण-प्रतिष्ठा करने आएंगे। मिश्र ने बताया कि मोदी प्राण प्रतिष्ठा के दिन राम लला की नई प्रतिमा के नेत्र आवरण खोलेंगे और पवित्र जल से स्नान कराया जाएगा। श्रीराम प्रतिमा को स्वर्ण सिंहासन पर बिठाया जाएगा और सिंहासन पर अचल मूर्ति स्थापित होगी।
सभा को संबोधित भी करेंगे मोदी
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पीएम मोदी सभा को संबोधित भी करेंगे। मंदिर के सामने एक केंद्रीय शिखर और दो पार्श्व शिखरों तथा खुले मंच पर करीब 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी।
पुरानी मूर्ति की भी रोज होगी पूजा
रामलला की पुरानी मूर्ति को लेकर भी आम लोगों की उत्सुकता है। ट्रस्ट के अनुसार 16 जनवरी को रामलला की पुरानी मूर्ति को नई रामलला की मूर्ति से पहले गर्भ गृह में रखा जाएगा और इसे ’उत्सव राम’ कहा जाएगा। साथ ही नई प्रतिमा को भी कमल के आकार के मंच पर विराजमान किया जाएगा। दोनों मूर्तियों की प्रतिदिन पूजा होगी।