केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक गणतंत्र दिवस पर जम्मू क्षेत्र में संभावित खतरे को लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा जम्मू कश्मीर में बड़े हमले की योजना बना रहा है…
26 जनवरी को पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी घाटी को दहलाने की फिराक में है। ये आतंकी जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में घुसपैठ करके बड़े हमले को अंजाम देना चाहते हैं। यही नहीं कश्मीर घाटी में पाकिस्तान समर्थित चार अन्य संगठन भी गणतंत्र दिवस पर बड़े विरोध की तैयारी कर रहे हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को घाटी में 26 जनवरी को आतंकी साजिश की जानकारी मिली है। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के आधार पर यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी साझा की गई है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक गणतंत्र दिवस पर जम्मू क्षेत्र में संभावित खतरे को लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा जम्मू कश्मीर में बड़े हमले की योजना बना रहा है। आतंकी संगठन ने गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों को निशाना बनाते हुए घाटी में माहौल बिगड़ने के लिए दहशत फैलाने की योजना बनाई है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी को मिली जानकारी के अनुसार लश्कर के तीन से चार आतंकी सांबा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। यह सभी आतंकी पाकिस्तानी रेंजर्स की मदद से माहौल खराब करने के लिए घुसपैठ करने की तैयारी में हैं।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक गणतंत्र दिवस पर पाकिस्तान की ओर से लगातार साजिशें की जाती रही हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने 26 जनवरी को एक बार फिर अपने आतंकी संगठनों को सक्रिय किया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान ने लश्कर समेत दो अन्य आतंकी संगठनों को घाटी में माहौल बिगाड़ने के लिए तैयार किया है। खुफिया एजेंसी को मिले इनपुट के आधार पर इन आतंकियों ने दो दिन पहले भी घुसपैठ करने की कोशिश की थी। लेकिन नाकामयाबी के चलते आतंकियों को वापस पाकिस्तानी रेंजर्स के शेल्टर में जाना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक एक बार फिर से पाकिस्तान ने 26 जनवरी के लिए चार आतंकियों की घुसपैठ कराने की बड़ी साजिश रची है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक यह सूचना उनके पास पहले से ही है। इसलिए किसी भी तरीके की दहशत और घुसपैठ को रोकने के लिए उनके पास पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त हैं।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से भेजे जाने वाले आतंकियों ने घाटी में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से दहशत फैलाने की योजना बनाई। इस इनपुट के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत कर दी है। हालांकि घाटी में सिर्फ आतंकियों के माध्यम से ही दहशत फैलाने की योजना के अलावा पाकिस्तान ने कई अन्य संगठनों की ओर से भी बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी की है। जानकारी के मुताबिक ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने 26 जनवरी को पाकिस्तान के उकसावे में ब्लैक-डे मनाने के पोस्टर रिलीज किए हैं। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट ने भी घाटी में माहौल खराब करने के लिए लोगों को उकसाने का काम शुरू किया है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने चार आतंकियों के साथ-साथ घाटी के चार प्रतिबंधित संगठनों को भी सक्रिय करते हुए माहौल बिगाड़ने का टास्क दिया है। जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट, ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस, यूथ फोरम फॉर कश्मीर समेत जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन सेल से जुड़े लोगों को घाटी में माहौल खराब करने के लिए पाकिस्तान ने उकसाया है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता के चलते घाटी में पाकिस्तानी आतंकियों और समर्थन को बढ़ने नहीं दिया गया। इन संगठनों से जुड़े लोग लगातार माहौल खराब करने के लिए घाटी में अलग-अलग जगह पोस्टर लगाने की तैयारी में जुटे थे। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने गणतंत्र दिवस पर माहौल खराब करने की योजना बनाई थी।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी को मिले इस इनपुट को केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ साझा किया गया है। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 26 जनवरी को लेकर पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियां न सिर्फ अलर्ट हैं, बल्कि किसी भी तरीके की साजिश को नाकाम करने के लिए मुस्तैद हैं। घाटी में जिस तरीके की सूचनाएं खुफिया एजेंसियों को मिली हैं, उसके आधार पर किसी भी साजिश से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए जा चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान और उसके समर्थित आतंकी संगठनों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में निपटने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं।